बैतूल जिले में पहली बार: एक साथ पांच क्रांतिकारीयो और वीरांगनाओं की प्रतिमा का अनावरण
- Jamvant Singh Kumre
- 20 जन॰
- 2 मिनट पठन
अपडेट करने की तारीख: 29 जन॰
बैतूल (मध्य प्रदेश):
बैतूल जिले के दामजीपुरा, तहसील भीमपुर में पहली बार एक ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पांच महान क्रांतिकारी महापुरुषों और वीरांगनाओं - रेंगा कोरकू, टंट्या मामा भील, बिरसा मुंडा, बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर और रानी दुर्गावती - की प्रतिमाओं का अनावरण किया जाएगा। इस आयोजन का नेतृत्व समस्त आदिवासी संगठन द्वारा किया जा रहा है।
कार्यक्रम की रूपरेखा:
26 जनवरी 2025, रविवार:
दोपहर 2:00 बजे से गोंगो पूजा
रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम।
27 जनवरी 2025, सोमवार:
सुबह 11:00 बजे से मूर्ति अनावरण एवं मुख्य अतिथियों का आगमन और उद्बोधन।
इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम।
28 जनवरी 2025, मंगलवार:
सुबह 11:00 बजे से मुख्य अतिथियों का आगमन, उद्बोधन और प्रसादी का आयोजन।
मुख्य अतिथि और वक्ता:
कार्यक्रम में कई प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और स्थानीय वक्ता हिस्सा लेंगे, जिनमें शामिल हैं:
राष्ट्रीय स्तर के वक्ता:
राजकुमार रोत, सांसद, BAP पार्टी, राजस्थान।
भंवरलाल परमार, दादा भील प्रदेश, राजस्थान।
सतीश पेंदाम, नागपुर (बिरसा ब्रिगेड संस्थापक)।
डॉ. मनोज मडावी, नागपुर (वैचारिक क्रांति)।
शिवरावण तिड़गाम, छिंदवाड़ा (युवा संघ भारत, मुकड़दम पटेल सरकार)।
क्रांतिकारी रामदेव काकोड़िया, देवास।
देवरावेण भलावी, छिंदवाड़ा।
बबीता कच्छप, ग्रामसभा बुद्धिजीवी।
विलेश खराड़ी, रतलाम (धर्मपूर्वी क्रांतिकारी)।
कमलेश्वर डोडियार, सैलाना (विधायक, BAP पार्टी)।
डॉ. हीरालाल अलावा, मानवर (विधायक एवं जयस संरक्षक),लोकेश मुजाल्दा, जयस राष्ट्रीय अध्यक्ष।
विक्रम अच्छालिया, जयस संस्थापक।
स्थानीय वक्ता:
जामवंत सिंह कुमरे, जयस प्रदेश संयोजक, नर्मदापुरम प्रभारी ,हेमंत सरियाम,सदीप धुर्वे, जयस जिला अध्यक्ष, बैतूल, जितेंद्र इवने, एसडीओ सरवन मरकाम।
कार्यक्रम का महत्व:
यह आयोजन भारत की आदिवासी संस्कृति और इतिहास को सम्मानित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। पांच महान क्रांतिकारी व्यक्तित्वों की प्रतिमाओं का अनावरण उनके योगदान को स्मरण करने और युवाओं को प्रेरित करने का एक ऐतिहासिक प्रयास है।
इस कार्यक्रम में सभी वर्गों से लोगों को आमंत्रित किया गया है, और इसे आदिवासी समाज के गौरव और एकता का प्रतीक माना जा रहा है।
स्थान:
दामजीपुरा, भीमपुर, जिला बैतूल, मध्य प्रदेश।
आयोजन समिति, समस्त आदिवासी संगठन, दामजीपुरा।
इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनकर देश की महान विभूतियों को श्रद्धांजलि दें।
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